दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............
इस भीड़ में एक तन्हा ढूंढ़ रहा हूँ
इस दर्द भरी जिंदगी में एक हमदर्द ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
जीवन के सफ़र का हमदर्द ढूंढ़ रहा हूँ
बेगानों की महफ़िल में एक अपना ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
सभी दर्दो का एक मरहम ढूंढ़ रहा हूँ
शैतानो की दुनिया में एक इंसान ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
इन कंटीली राहो पर एक फूल ढूंढ़ रहा हूँ
अमीरों की भाषा में एक फकीर ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
जीने का फलसफा ढूंढ़ रहा हूँ
कही न मिलने वाला एक अनमोल जगीना ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त मिलने तक दोस्त का इंतज़ार कर रहा हूँ
मरने से पहले जीने का एक सहारा ढूंढ़ रहा हूँ
दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ .............एक दोस्त ढूंढ़ रहा हूँ
बहुत अच्छी रचना दोस्त तो जरूर मिलेगे ये जीवन है बिना दोस्तो के यहा कुछ नही
जवाब देंहटाएंयूनिक तकनीकी ब्लाग
शुक्रिया विनोद जी
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